Saturday, September 4, 2021

ASP.NET Master Page in Hindi




ASP.NET के अंतर्गत मास्टर पेज का यूज़ अलग-अलग वेबफॉर्म पेज के ऊपर एक समान फॉर्म डिजाइन करने के लिए किया जाता है। मान लीजिए कि आपके पास ५ वेबफॉर्म पेज है और उन पांचों पेज पर आप कुछ चीजों की डिजाइनिंग समान रूप से करना चाहते हैं, जैसे आप चाहते हैं कि हेडर और फुटर पांचो पेज पर एक जैसा हो और साइड में नेवीगेशन लिंक्स हो तो इस तरह के समान डिजाइन और फंक्शनैलिटी को प्राप्त करने के लिए हम मास्टर पेज यूज करते हैं।
 
Asp.net के अंतर्गत मास्टर पेज एक टेंप्लेट फाइल है जिसका फाइल एक्सटेंशन .master होता है। इस मास्टर पेज को हम किसी भी वेबफॉर्म के साथ सम्बंधित कर सकते हैं। वेब फॉर्म का फाइल एक्सटेंशन aspx होता है। जब किसी भी वेबफॉर्म के भीतर किसी मास्टर को संबंधित कर दिया जाता है तो उसके भीतर मास्टर फाइल का डिजाइन भी दिखाई देता है। साथ ही, पेज डायरेक्टिव के एक प्रॉपर्टी के रूप में मास्टर पेज का भी नाम दिखाई देता है। 

यहां तक हमने समझा कि मास्टर पेज क्या होता है और इसका उपयोग क्या है। अब अगर आपको मास्टर पेज बनाना हो तो सबसे पहले सॉल्यूशन एक्सप्लोरर के भीतर राइट क्लिक करके एड न्यू आइटम्स Add New Items को क्लिक करते हैं ऐसा करने पर एड न्यू आइटम Add New Items डायलॉग बॉक्स दिखाई पड़ता है। अब उसमें से हमें कई सारे टेंपलेट्स में मास्टर पेज टेंप्लेट को सर्च करना होता है। मास्टर पेज टेंप्लेट का फाइल एक्सटेंशन .master होता है, यह याद रखें, उसको चुनकर हम मास्टर पेज बनाते हैं। मास्टर पेज का एक अर्थपूर्ण नाम रख देते हैं और फिर मास्टर पेज की डिजाइन करते हैं।

याद रखे कि किसी भी मास्टर पेज को बिना किसी वेबफॉर्म की सहायता के यूज नहीं किया जा सकता है। किसी भी वेबफॉर्म को बनाकर उसको मास्टर पेज के साथ संबंध करके वेबफॉर्म को ब्राउज़र पर देखा जा सकता है लेकिन अगर आप केवल मास्टर पेज को बिना वेबफॉर्म के देखना चाहे तो ऐसा संभव नहीं है।

जिस तरह वेबफॉर्म के भीतर Page डायरेक्टिव होता है उसी तरह मास्टर पेज के भीतर ही Master डायरेक्टिव होता है।

जब भी हम किसी वेब एप्लीकेशन को बनाते हैं तो सबसे पहले हमें मास्टर पेज की डिजाइन करनी चाहिए। ऐसा करने से हमारे वेब पेजेस की यूनीफॉर्म डिजाइन करना संभव होता है। अगर आप वेबपेजेस का अलग अलग डिजाइन करते हैं और मास्टर पेज यूज नहीं करते हैं तो इससे आपको ज्यादा परेशानी होगी। जरूरी है कि आप सबसे पहले मास्टर पेज बनाये और उसके बाद अलग अलग वेबफॉर्म बनाएं और उनको मास्टर पेज के साथ संबंधित कर दें।

© अजीत कुमार, सर्वाधिकार सुरक्षित।

इस आलेख को उद्धृत करते हुए इस लेख के लिंक का भी विवरण दें। इस आलेख को कॉपीराइट सूचना के साथ यथावत साझा करने की अनुमति है। कृपया इसे ऐसे स्थान पर साझा न करें जहाँ इसे देखने के लिए शुल्क देना पडे।

३/९/२०२१

No comments:

Post a Comment

Hot Topics