Friday, June 21, 2024

React JS और Express JS मे अंतर, MEAN Stack

दोस्तों इस पोस्ट में हम React JS और Express JS इन दोनों टेक्नोलॉजी के बीच के डिफरेंट को समझेंगे और यह भी देखेंगे कि कौन ज्यादा पॉपुलर है React JS का उपयोग मुख्य रूप से फ्रंट एंड यूजर इंटरफेस को बनाने के लिए किया जाता है जबकि Express JS का उपयोग एक सर्वर साइड एप्लीकेशन को डेवलप करने के लिए किया जाता है।

React JS और Express JS दोनों ही वेब टेक्नोलॉजी के फ्रेमवर्क है। React JS लाइब्रेरी का उपयोग वेबसाइट के फ्रंट एंड अर्थात यूआई डिजाइन करने के लिए किया जाता है तो इसके विपरीत Express JS का उपयोग वेब फ्रेमवर्क के रूप में सर्वर साइड एप्लीकेशन को डेवलप करने के लिए किया जाता है।

यहां यह भी बात समझना जरूरी है की Node JS एक रनटाइम एनवायरमेंट है जिसका उपयोग जावास्क्रिप्ट के कोड को सरवर एनवायरमेंट में रन करने के लिए किया जाता है। दूसरे शब्दों में Node JS की सहायता से जावास्क्रिप्ट को सर्वर एप्लीकेशन को रन करने के लिए किया जाता है। उदाहरण के लिए अगर आपने Express JS में किसी एप्लीकेशन को डेवलप किया है तो वह सर्वर साइड एप्लीकेशन होगा और उसको रन करने के लिए आपको सर्वर एनवायरमेंट चाहिए और Node JS उसे सर्वर साइड एनवायरमेंट को उपलब्ध कराता है। जब आप Express JS में कोडिंग करते हैं तो वह कोडिंग जावास्क्रिप्ट में ही कोडिंग होती है लेकिन वह सर्वर साइड Run होगा। सर्वर साइड रन करने के लिए आपको एक एनवायरमेंट चाहिए वह एनवायरमेंट आप Node JS को इंस्टॉल करके उपलब्ध कराते हैं 

Express JS के अंतर्गत आपको Routing से संबंधित जितने भी काम करने हैं API से संबंधित जैसे REST API  से संबंधित विभिन्न प्रकार के कार्य जैसे अपने यूआरएल को डिफाइन करना, जितने भी अलग-अलग तरह के Endpoint है, या फिर Routing को डिफाइन करना इत्यादि यह सारे कार्य जो सर्वर से संबंधित होते हैं उसको आप Express JS स्कीम मदद से करते हैं। याद रखें कि Express JS एक वेब फ्रेमवर्क है।

Express JS  फ्रेमवर्क का उपयोग करते हुए आप किसी डेटाबेस के साथ कनेक्शन स्थापित कर सकते हैं उदाहरण के लिए अगर आप MangoDB डेटाबेस के साथ अपने सर्वर को कनेक्ट करना चाहते हैं तो यह कार्य आप Express JS वेब फ्रेमवर्क की मदद से आसानी से कर सकते हैं।

Express JS वेब फ्रेमवर्क का उपयोग करके आप अलग-अलग तरह के API बना सकते हैं खास करके आप REST API जो की अत्यंत पॉपुलर है उसको भी बना सकते हैं।

आशा है अब तीनों के बीच के अंदर समझ में आ गए होंगे।

इससे संबंधित एक और भी बात हम समझ लेते हैं कि MEAN स्टाक क्या है? MEAN स्टाक चार तरह के अलग-अलग टेक्नालॉजियों का स्टॉक है जिसमें सबसे पहले M का अर्थ है MangoDB और E का अर्थ है Express JS, Aअर्थ है एंगुलर और N का अर्थ है Node JS इस प्रकार इन चारों टेक्नोलॉजी के सम्मिलित करके जो आप स्टॉक तैयार करते हैं उसे स्टॉक को MEAN स्टाक कहते हैं।

हमने समझ लिया कि इन चारों टेक्नोलॉजी का अलग-अलग क्या Use है अब हम इन टेक्नालॉजियों को अपने सिस्टम में इंस्टॉल करेंगे और अपने एप्लीकेशन को डेवलप कर सकते हैं सबसे पहले हमें Node JS को इंस्टॉल करना जरूरी होता है क्योंकि Node JS वह रनटाइम एनवायरमेंट provide करता है जिसके द्वारा आप अपने Express JS के एप्लीकेशन को रन कर सकते हैं बिना Node JS को इंस्टॉल किया आप अपने किसी भी एप्लीकेशन को रन नहीं कर सकते हैं अतः यह अति आवश्यक है कि सबसे पहले आप अपने सिस्टम में Node JS को इंस्टॉल करें उसके बाद आप अपने Express JS को इंस्टॉल करें।

Node JS और Express JS इन दोनों की मदद से आप अपना सर्वर साइड एप्लीकेशन बना सकते हैं यदि आप अपने एप्लीकेशन को डेटाबेस से जोड़ना चाहते हैं तो इसके लिए आप MangoDB को भी इंस्टॉल कर सकते हैं।

© अजीत कुमार, सर्वाधिकार सुरक्षित।

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