Tuesday, November 19, 2019

ASP.NET Web Form Controls scope DLL in Hindi

एएसपी डॉट नेट के अंतर्गत किसी प्रोजेक्ट के भीतर जितने भी वेवफॉर्म्स होते हैं उनके कोडफाइल का कंपाइलेशन होने पर DLL फाइल बनता है।

पहली बार जब यूजर किसी वेब फॉर्म पेज का रिक्वेस्ट करता है तो asp.net ऑटोमेटिकली स्वतः एक .net क्लास फ़ाइल जनरेट करता है जो कि उस पेज को रिप्रेजेंट करता है और उसको कंपाइल कर एक डीएलएल फाइल बनाता है। इसके बाद जब उसी पेज को दोबारा रिक्वेस्ट किया जाता है तो वही डीएलएल फाइल दुबारा एक्सक्यूट होता है। इस तरीके से किसी भी वेबसाइट के सोर्स कोड डिप्लॉय ना होकर उसका डीएलएल फाइल सर्वर पर डिप्लॉय होता है।

Asp.Net में जो वेब मॉडल है वह पुराने सिंगल फाइल वेब मॉडल से अलग होता है। जैसा कि हम जानते हैं किसी भी वेब फॉर्म पेज पर कंट्रोल होते हैं और इन कंट्रोल्स के स्कोप विज़िबिलिटी की दृष्टि से प्राइवेट या पब्लिक या प्रोटेक्टेड हो सकते हैं। यह इस बात पर डिपेंड करता है उस कंट्रोल का क्लास प्रोटेक्टेड है या पब्लिक इत्यादि। उदाहरण के लिए अगर कोई टेक्सटबॉक्स सर्वर कंट्रोल है जो कि सरवर पर एकसेक्यूट होता है तो इस सर्वर कंट्रोल का स्कोप प्राइवेट पब्लिक या प्रोटेक्टेड हो सकता है।

कहने का अर्थ यह है कि हमें किसी फॉर्म कंट्रोल को का इनस्टेंस बनाते समय डीक्लियर करना होता है कि वह प्राइवेट है या पब्लिक है या प्रोटेक्टेड है। लेकिन विजुअल studio.net के अंतर्गत यह सारा काम स्वतः ऑटोमेटिकली हो जाता है और डेवलपर को किसी भी टेक्स्टबॉक्स या दूसरे कंट्रोल को प्राइवेट प्रोटेक्टेड या पब्लिक डिक्लेयर करने की जरूरत नहीं होती है। यह  बात डेवलपर को कांसेप्चुअली क्लियर होना चाहिए कि किसी भी कंट्रोल का विजिबिलिटी विजुअल स्टूडियो डिक्लियर करता है और यह प्रोटेक्टेड या पब्लिक होता है इत्यादि।

लेखक अजीत कुमार

अंतिम बार अद्यतन ८/९/२०२१



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