ऑटोमेशन क्या है?
विंडोज के अंतर्गत ऑटोमेशन एक ऐसी तकनीक है जिसकी सहायता से कोई भी एप्लीकेशन किसी दूसरे एप्लीकेशन के साथ कम्युनिकेशन कर सकता है और कम्युनिकेशन के द्वारा एक एप्लीकेशन दूसरे एप्लीकेशन के कार्यों को संपादित करा सकता है।
इस कार्य को करने के लिए एक एप्लीकेशन दूसरे एप्लीकेशन के ऑब्जेक्ट की प्रॉपर्टीज और मेथड को यूज़ करके कम्युनिकेशन करते हैं। दोनों एप्लीकेशन कम्युनिकेशन तभी कर पाते हैं जब वे अपने ऑब्जेक्ट्स के प्रॉपर्टीज और मेथडस को एक्सपोज करते हैं। हम जीवन में भी पाते हैं कि दो व्यक्ति तभी कम्युनिकेशन कर सकते हैं जब दोनों एक दूसरे के सामने अपने आप को एक्सपोज करें, अपने मत व व्यवहार को स्पष्ट करें। यदि एक व्यक्ति की भाषा दूसरा व्यक्ति समझने में सक्षम नहीं है तो उनके बीच में संप्रेषण या कम्युनिकेशन संभव नहीं है। ठीक यही बात ऑटोमेशन के संदर्भ में भी समझने लायक है। जब कोई एप्लीकेशन किसी दूसरे एप्लीकेशन के साथ संप्रेषण या कम्युनिकेशन करना चाहता है तो यह जरूरी है कि ऑब्जेक्ट का प्रॉपर्टीज ऑर मेथडस एक्सपोज हो, उजागर हो। इसके बिना एप्लिकेशन के बीच में ऑटोमेशन संभव नहीं है।
OLE ऑटोमेशन- ऑब्जेक्ट लिंकिंग एंड एंबेडिंग ऑटोमेशन इसको संक्षेप में ओ एल ई ऑटोमेशन कहते हैं।
ऑटोमेशन दो प्रकार के होते हैं
इन प्रोसेस ऑटोमेशन और दूसरा आउट ऑफ प्रोसेस ऑटोमेशन।
इन प्रोसेस ऑटोमेशन के अंतर्गत जब कोई एप्लीकेशन किसी दूसरे एप्लीकेशन को ऑटोमेट करता है तो पहला एप्लीकेशन अपनी मेमोरी के अंतर्गत दूसरे एप्लीकेशन के ऑब्जेक्ट को स्पेस देता है। इस तरीके से पहले अप्लीकेशन के मेमोरी में असर पड़ता है। कहने का अभिप्राय है यह है कि पहला अप्लीकेशन बिना ऑटोमेशन के मेमोरी को घेरता है और ऑटोमेशन के पश्चात जिस एप्लीकेशन को इन्वोक करता है उस एप्लीकेशन के ऑब्जेक्ट्स को भी अपनी मेमोरी में जगह देता है। इस तरह से ऑटोमेशन करने की प्रक्रिया को इन प्रोसेस ऑटोमेशन कहते हैं। एक ही वर्कस्पेस के अंतर्गत दोनों ही एप्लीकेशन अपने अपने ऑब्जेक्ट रखकर कम्यूनिकेट करते हैं।
ऑपरेटिंग सिस्टम के स्तर पर होने वाले ऑटोमेशन इन प्रोसेस ऑटोमेशन होते हैं। ऑपरेटिंग सिस्टम के विभिन्न ऑब्जेक्ट आपस में कम्युनिकेशन करते समय एक निश्चित वर्कस्पेस के भीतर ही अर्थात निश्चित मेमोरी के अंदर ही एक ही उसी एनवायरमेंट में कार्य करते हैं। एक ही एनवायरनमेंट के भीतर कम्युनिकेशन करना आसान होता है, दूसरे शब्दों में एप्लिकेशन के मध्य कम्युनिकेशन तीव्र होता है।
The automation in which the invoked application objects reside in the memory space of the calling application and doesn't occupy separate workspace is called in-process automation.
इसके विपरीत जब दो एप्लीकेशन के बीच में कम्युनिकेशन होने पर उनके ऑब्जेक्ट अपने अपने वर्कस्पेस या मेमोरी में होते हैं तो इस प्रकार के ऑटोमेशन को आउट ऑफ प्रोसेस ऑटोमेशन कहते हैं।
The automation in which the invoked application objects reside in the separate memory space from the memory space of the calling application and doesn't occupy workspace of the invoking application is called out-of-process automation.
वर्तमान समय में रोबोटिक ऑटोमेशन प्रोसेस जिसे संक्षेप में RPA कहते हैं, बहुत ज्यादा उपयोग किया जा रहा है। व्यावसायिक क्षेत्र में इसके बढ़ते उपयोग ने कार्य सम्पादन को तीव्र किया है।
लेखक अजीत कुमार ६ मई २०२०, बुधवार
No comments:
Post a Comment