Thursday, February 11, 2021

ASP.NET Project Creation in Hindi

एप्लिकेशन डेवलपमेंट द्वारा लर्निंग

विजुअल स्टूडियो के भीतर हम एक छोटा सा वेब एप्लीकेशन बनाएंगे। इस छोटे से एप्लीकेशन का उद्देश्य वेवफॉर्म पर एक बटन को स्थापित करना है और जब यूजर उस बटन को क्लिक करता है तो वेबफॉर्म पर एक लेवल प्रकट होगा जिस पर हेलो वर्ल्ड लिखा हुआ आएगा। डेवलपमेंट के दौरान हम विजुअल स्टूडियो और वेब डेवलपमेंट की कई सारी मूलभूत संकल्पनाओं को समझने की चेष्टा करेंगे।

विजुअल स्टूडियो के बारे में कन्फ्यूजन:

आमतौर पर जब कोई नौसिखिया डेवलपर विजुअल स्टूडियो को इंस्टॉल करता है तो उसे हमेशा ही कंफ्यूजन बना रहता है कि विजुअल स्टूडियो के किस वर्जन को इंस्टॉल किया जाए क्योंकि अलग-अलग विजुअल स्टूडियो के वर्जन के लुक एंड फील फीचर में अंतर होता है। डेवलपर सोचता है कि विजुअल स्टूडियो का वही वर्शन डाउनलोड करें जो कि उसे अपने ट्यूटोरियल में स्नैपशॉट के रूप में दिख रहा है। आमतौर पर ऐसा सोचना स्वभाविक है परंतु डेवलपर को यह याद रखना चाहिए की विजुअल स्टूडियो को समझना है ना की उसके लुक एंड फील को केवल ध्यान देना है। इस बात को ध्यान रखते हुए विजुअल स्टूडियो को सीखना जरूरी है। एक बार जब विजुअल स्टूडियो की बेसिक अंडरस्टैंडिंग हो जाती है तब डेवलपर किसी भी विजुअल स्टूडियो पर कार्य कर सकता है। इस बात को ध्यान में रखते हुए लेख को विस्तार से लिखा गया है ताकि डेवलपर किसी भी विजुअल स्टूडियो के वर्शन को देखकर घबराए नहीं और वह किसी भी विजुअल स्टूडियो के वर्जन पर काम कर सके।

याद रखे कि विजुअल स्टूडियो वस्तुतः एक इंटीग्रेटेड डेवलपमेंट एनवायरमेंट है जिसकी सहायता से किसी भी प्रकार के एप्लीकेशन को डेवलप किया जा सकता है चाहे वह विंडोज एप्लीकेशन हो अथवा वेब एप्लीकेशन।

विजुअल स्टूडियो एक बहुत ही जटिल डेवलपमेंट एनवायरमेंट है। अतः उसे समझने के लिए प्रयास करने में पर्याप्त प्रयास अपेक्षित है। जब हम विजुअल स्टूडियो को डाउनलोड करते हैं तो उसके अलग-अलग वर्शन उपलब्ध है साथ ही कोई जरूरी नहीं कि एक विजुअल स्टूडियो के वर्शन में जो जो फीचर उपलब्ध है वह सारे फीचर दूसरे विजुअल स्टूडियो में उपलब्ध हो। इसके अलावा विजुअल स्टूडियो के अंतर्गत ऐसे टेम्पलेट्स को इग्नोर कर सकता है जिसकी उसे जरूरत नहीं है। उदाहरण के लिए माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस से जुड़े विजुअल स्टूडियो ऑफिस टूल्स नहीं दिखाई देते हैं। उनको अलग से इंस्टॉल करना पड़ता है। इसी तरह अगर आप प्रोजेक्ट को क्लाउड के अंतर्गत काम नहीं कर रहे है तब क्लाउड टेम्पलेट की आवश्यकता नहीं होगी। आपको अपने प्रोजेक्ट में क्लाउड के फीचर को डिसएबल कर देना चाहिए। टेम्पलेट्स के बारे में हम आगे वर्णन करेंगे।

विजुअल स्टूडियो फॉर डेस्कटॉप को इंस्टॉल करने पर उसमें आपको वेब प्लीकेशन को डेवलप करने का फीचर उपलब्ध नहीं होगा। आमतौर पर विजुअल स्टूडियो के फ्री वर्शन जिसे कि कॉमिनिटी वर्शन कहते हैं को डाउनलोड किया जाता है और वह वर्शन डॉट नेट फ्रेमवर्क के अद्यतन वर्शन को सम्मिलित करता है ऐसी स्थिति में अगर आप किसी पुराने विजुअल स्टूडियो को काम में यूज करें तो ऐसा संभव है कि इसमें डॉट नेट फ्रेमवर्क लेटेस्ट नहीं हो और किसी खास परिस्थिति में आपका एप्लीकेशन क्रश कर जाए अर्थात एप्लीकेशन काम ना करें।

एप्लिकेशन को डिवेलप करने के दौरान कई सारी बारीकियां उपस्थित होती है जिनको बिना समझे भी एप्लिकेशन को डेवलप किया जा सकता है परंतु प्रत्येक डेवलपर को समय के साथ साथ उन बारीकियों को सीखना होता है। इस छोटे से प्रोजेक्ट के अंतर्गत हम बारीकियों को भी सीखने का प्रयास करेंगे।

प्रोजेक्ट का आरंभ

इस प्रोजेक्ट को बनाने के लिए सबसे पहले हम विजुअल स्टूडियो को ओपन करते हैं और मेनू बार के भीतर फाइल को सेलेक्ट कर न्यू प्रोजेक्ट को क्लिक करते हैं। इसी काम को हम शॉर्टकट कंट्रोल शिफ्ट प्लस एन ctrl+shift+n से भी कर सकते हैं। ऐसा करने पर हमें न्यू प्रोजेक्ट नाम का एक डायलॉग बॉक्स दिखाई देता है। इसके अंतर्गत हमें बाई तरफ अलग-अलग इंस्टॉल्ड टेंपलेट्स दिखाई देते हैं। कहने का अभिप्राय यह है कि हम ऑनलाइन भी दूसरे टेंप्लेट को डाउनलोड कर इंस्टॉल कर सकते हैं। इन्सटाल्ड टेम्पलेट्स के अलावा अन्य टेम्पलेट्स को भी आवश्यक अनुसार इंसटाल किया जा सकता है।

प्रोजेक्ट क्या होता है और टेम्पलेट्स क्या हैं?

इस न्यू प्रोजेक्ट डायलॉग बॉक्स के बाई तरफ अलग-अलग भाषाओं में जैसे विजुअल बेसिक, विजुअल सी शॉर्प, विजुअल सी प्लस प्लस, विजुअल F शॉर्प, जावास्क्रिप्ट, टाइप्स्क्रिप्ट आदि भाषाओं में प्रयुक्त होने वाले टेंपलेट दिखाई देते हैं। किसी पार्टिकुलर भाषा के टेंपलेट को देखने के लिए बाई तरफ के > बटन को क्लिक करते हैं। उदाहरण के लिए विजुअल सी शार्प के एरो अर्थात तीर को क्लिक करने पर उसके भीतर हमें विंडोज डेस्कटॉप, क्लाउड, सिल्वरलाइट, डब्लूसीएफ, वर्कफ्लो जैसे टेंपलेट दिखाई देते हैं।

वर्तमान में हम एक वेबफॉर्म प्रोजेक्ट पर काम करेंगे। अतः हम वेब को क्लिक करेंगे तो बीच के विंडो पेन में asp.net बेव एप्लिकेशन  का टेम्पलेट्स दिखाई देगा।

डॉटनेट के अंतर्गत टेम्पलेट वस्तुतः एक फाइल होता है और उसकी डिटेल हमें दाहिनी तरफ लिखा हुआ दिखाई देता है। टेंपलेट का प्रयोग अपने प्रोजेक्ट में हम  शीघ्रता से एप्लिकेशन बनाने के लिए करते हैं। टेंपलेट  वास्तव में डॉटनेट बेस क्लासेस पर आधारित बने बनाएं ऐसे एप्लिकेशन होते हैं जिनको थोड़ा बहुत परिवर्तित कर मनोवांछित एप्लिकेशन बनाया जा सकता है और इसके लिए डेवलपर को बिल्कुल आरम्भ से मेहनत नहीं करना पड़ता। यही कारण है कि एप्लीकेशन का डेवलपमेंट शीघ्रता से हो जाता है। उदाहरण के लिए वेबफॉर्म के बने बनाये टेम्पलेट्स का प्रयोग कर शीघ्रता से वेबप्रोजेक्ट को पूरा किया जाता है।

डॉटनेट फ्रेमवर्क क्या है? इसकी डॉटनेट प्रोजेक्ट में क्या महत्ता है?

न्यू प्रोजेक्ट विंडो के डायलॉग बॉक्स के ऊपर में टॉप में हमें कॉम्बोबॉक्स में डॉट नेट फ्रेमवर्क वर्जन दिखाई देता है। अगर हम किसी अन्य डॉट नेट फ्रेमवर्क वर्जन पर काम करना चाहते हैं तब कॉम्बोबॉक्स की सहायता से हम मनचाहे डॉट नेट फ्रेमवर्क को सिलेक्ट कर लेते हैं। ऐसा करने पर हमें बीच के विंडो पेन में उस पार्टिकुलर फ्रेमवर्क का टेंप्लेट दिखने लगता है।

डॉटनेट में प्रोजेक्ट का नाम और सॉल्यूशन के नाम का क्या अर्थ है?

अपने मनोवांछित टेंपलेट को सेलेक्ट करने के बाद हमें बॉटम में नीचे चार चीजों को एडिट अर्थात सम्पादित करना होता है। सबसे पहले Name पर ध्यान दें। किसी भी प्रोजेक्ट का नाम ऐसा होना चाहिए जिसका अर्थ प्रोजेक्ट के अनुरूप हो। बाय डिफॉल्ट हमें WebApplication1 लिखा हुआ दिखाई देता है उस नाम को परिवर्तित कर हम कुछ और नाम रख सकते हैं। इसके बाद लोकेशन की बात करते हैं। जब भी हम कोई प्रोजेक्ट बनाते हैं तो वह प्रोजेक्ट कंप्यूटर के भीतर किसी पार्टिकुलर फोल्डर में स्टोर होता है। ध्यान देने वाली बात यह है कि प्रोजेक्ट का नाम वास्तव में एक फोल्डर का नाम होता है और यह फोल्डर जिस लोकेशन में होता है उस लोकेशन का पथ हमें लोकेशन में दिखाई देता है। लोकेशन को परिवर्तित करने के लिए हम ब्राउज बटन को क्लिक कर लोकेशन को परिवर्तित कर सकते हैं। इसके बाद सॉल्यूशन की बात करते हैं। सॉल्यूशन वस्तुतः एक फोल्डर होता है और यह एक या एक से अधिक डॉटनेट प्रोजेक्ट के फोल्डर को अपने भीतर अंतर्निहित कर सकता है। अगर आपके कई सारे प्रोजेक्ट मिलकर किसी समस्या का हल करते हैं तो उस हल को अपने सॉल्यूशन का नाम दे सकते हैं। आमतौर पर किसी छोटे प्रोजेक्ट में प्रोजेक्ट का नाम और solution का नाम एक ही होता है।

बस याद रखे कि सॉल्यूशन वस्तुतः एक फोल्डर होता है जिसके अंतर्गत एक या एक से अधिक प्रोजेक्ट फोल्डर हो सकते हैं।

सॉल्यूशन नेम के बगल में एक चेकबॉक्स होता है जो बताता है कि आप सॉल्यूशन के लिए एक डायरेक्टरी क्रिएट कर सकते हैं और आमतौर पर इसे कर लेना चाहिए। इसका नतीजा यह होगा कि जिस नाम से आप सॉल्यूशन बनाएंगे उस नाम का एक डायरेक्टरी आपके कंप्यूटर में बन जाएगा और उसी डायरेक्टरी के भीतर आपके प्रोजेक्ट के फोल्डर भी स्थित होंगे। वर्तमान में हम अपने प्रोजेक्ट में अपने सॉल्यूशन को डेस्कटॉप पर स्थापित करेंगे। आमतौर पर डॉट नेट के अंतर्गत सोल्यूशन फोल्डर माय डॉक्यूमेंट के अंतर्गत होता है।

न्यू प्रोजेक्ट के ओके बटन को क्लिक करने पर हमारे सामने एक नया डायलॉग बॉक्स उपस्थित होता है। इसके भीतर कई सारे टेम्पलेट्स उपलब्ध होते हैं। इसमें से हमें एक टेंपलेट को सिलेक्ट करना होता है। आमतौर पर जब हम एक छोटा सा प्रोजेक्ट बनाते हैं तो Empty टेम्पलेट को सिलेक्ट करते हैं। ऐसा करने से हमारे प्रोजेक्ट में बनने वाले फाइल और फोल्डर की संख्या कम होती है और प्रोजेक्ट सरल होने से बेगिनेर  डेवलपर्स को सीखने में सरलता होती है। अतः हम प्रोजेक्ट के लिए Empty टेंपलेट को सिलेक्ट कर  प्रोजेक्ट पर अपना काम करेंगे।

माइक्रोसॉफ्ट एज्यूर का क्या महत्व है?

अगर आप को दाहिनी तरफ माइक्रोसॉफ्ट एज्यूर दिखाई दे जिसमें होस्ट इंटर क्लाउड लिखा हो उसके चेक को हटा दे। ऐसा करने से हमारे प्रोजेक्ट क्लाउड लिंक नहीं होगा।

साथ ही साथ हाइड फोल्डर सेंड को रेफरेंसेस वैसे किसी भी चेक बॉक्स को चेक ना करें इस कार्य को हम बाद में भी कर सकते हैं ऐसा करने से हमारे प्रोजेक्ट के सॉल्यूशन एक्सप्लोरर में फाइल व फोल्डर्स की संख्या कम हो गई और सीखने में सरलता होगी ओके बटन को क्लिक करते हैं। ऐसा करने पर सॉल्यूशन एक्सप्लोरर के भीतर एक प्रोजेक्ट बन जाएगा अगर आपको सॉल्यूशन एक्सप्लोरर विंडो नहीं दिखाई दे रहा तू उसके उसको देखने के लिए कंट्रोल प्लस शिफ्ट कंट्रोल प्लस 8 प्लस सेल को दबाए अथवा व्यू में जाकर सॉल्यूशन एक्सप्लोरर को क्लिक करें ऐसा करने पर आपको सलूशन एक्स विंडो दिखाई देगा सॉल्यूशन एक्सप्लोरर के भीतर जितने हैं सारे प्रोजेक्ट सॉन्ग उनकी कुल संख्या आपको ब्रैकेट में लिखा हुआ दिखाई देगा सॉल्यूशन एक्सप्लोरर के किसी फाइल को सर्च करने के लिए आपको कंट्रोल प्लस सेमीकलन को दबाना होता है।

अब हम सोल्यूशन एक्सप्लोरर में बने हुए फाइल पर विचार करेंगे सबसे पहले आप देखेंगे कि सोल्यूशन एक्सप्लोरर के भीतर आपके प्रोजेक्ट के नाम का एक फोल्डर बन गया है। वेब प्रोजेक्ट होने पर वेब के आइकन के साथ यह ऑब्जेक्ट या फोल्डर दिखाई देता है।

साथ ही आपको उस प्रोजेक्ट की प्रॉपर्टीज रिफरेंस और वेब कांफीग भी दिखाई देंगे इन तीनों के बारे में एक एक कर विचार करते हैं।

डॉट नेट प्रोजेक्ट की प्रॉपर्टीज किस फाइल में स्टोर होती है?

जिस फाइल में डॉट नेट प्रोजेक्ट की प्रॉपर्टीज को भंडारित किया जाता है उस फाइल को एसेंबली फाइल कहते हैं एसेंबली फाइल के अंतर्गत क्या-क्या होता है?

आप प्रॉपर्टीज को राइट क्लिक कर ओपन पर क्लिक करें ऐसा करने पर आपको अपने प्रोजेक्ट की विभिन्न प्रकार के प्रॉपर्टी से जुड़ी जानकारियां एक डायलॉग बॉक्स के भीतर दिखाई देगा। उदाहरण के लिए अगर आपने एप्लीकेशन कोई बिरला इस फोन के लेफ्ट तरफ कई सारे इंफॉर्मेशन वर्टिकल मेरे बारे में दिखाई देंगे इस वर्टिकल मेनू बार में एप्लीकेशन वर्ल्ड वेब पैकेज पब्लिक स्कूल पब्लिक स्कूल सिल्वरलाइट एप्लीकेशन वर्ल्ड इवेंट्स सेटिंग रिफरेंस पाठ साइनिंग कोड एनालिसिस जैसे अलग-अलग मीनू दिखाई देते हैं अब इनमें से प्रत्येक टैब या मेनू को एक-एक कर क्लिक कर हम उनको एक्सप्लोरर कर सकते हैं। ऐसा करने पर हमें अपने प्रोजेक्ट के संबंध में कई सारी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त होती है। उदाहरण के लिए एप्लीकेशन को क्लिक करने पर एप्लीकेशन के प्लेटफार्म, उसकी कंफीग्रेशन, एसेंबली के नेम, टारगेटफ्रेमवर्क, स्टार्टअप ऑब्जेक्ट आदि के बारे में जानकारी मिलती है। स्टार्टअप ऑब्जेक्ट का अभिप्राय वेब पेज से है जो वेब एप्लीकेशन के लांच होने पर स्टार्ट होता है। इसके बारे में हम आगे देखेंगे।

अभी अपनों को क्लिक करने पर हमें स्टार्ट एक्शन के अंतर्गत करंट पर ए स्पेसिफिक प्लीज इत्यादि इंफॉर्मेशन मिलती है साथ ही वर्ग डायरेक्टरी का इंफॉर्मेशन मिलता है इसी तरह स्टार्ट यूआरएल के बारे में भी इंफॉर्मेशन प्राप्त होता है प्रोजेक्ट क्या यूआरएल क्या है यह जानने के लिए हमें सर्वस के अंतर्गत प्रोजेक्ट के बारे में दिखाई देता है डिलीवरिंग करने के लिए हम किस तरह का दीपावली यूज कर रहे हैं इसका इंफॉर्मेशन हमें डिफोकस के अंतर्गत मिलता है लिविंग करने के लिए हम दिवाकर के रूप में sp.net एसक्यूएल सर्वर इत्यादि का उपयोग कर सकते हैं

प्रोजेक्ट के संबंध में जानकारी हासिल करने के लिए प्रॉपर्टीज से जानकारी लेते हैं लेकिन फिलहाल हमने प्रोजेक्ट में भी कुछ डेवलोपमेन्ट कार्य नहीं किया है, अतः अभी कोई ज्यादा इंफॉर्मेशन दिख नहीं रहा है अतः सबसे पहले इस प्रोजेक्ट को डिवेलप करेंगे और फिर से प्रोजेक्ट की प्रॉपर्टीज के बारे में एक्सप्लोर करेंगे ।

प्रॉपर्टीज विंडो को क्लोज करने के लिए हम राइट क्लिक करते हैं और क्लोज और डाक्यूमेंट्स रिप्लाई करते हैं अथवा आप कंट्रोल प्लस एफ 4 भी दबा सकते हैं इसके अलावा एक बात ध्यान देने वाली है कि अगर आप अपने प्रॉपर्टीज विंडो को ब्राऊज़र में लोड करना चाहते हैं तो ऐसा भी आप कर सकते हैं। इसके अलावा अपने प्रॉपर्टीज को देखने के लिए उस फोल्डर में भी जा सकते हैं जिस फोल्डर में प्रॉपर्टीज के फाइल्स पड़े हुए हैं। इसके लिए आपको ओपन कंटेनिंग फोल्डर को क्लिक करना है।

ऐसा करने पर आपको प्रोजेक्ट फाइल के भीतर ले जाता है प्रॉपर्टीज नाम का बना हुआ फ़ोल्डर भी आपको वहीं पर दिखाई देगा। प्रॉपर्टीज फोल्डर को क्लिक करने पर आपको विजुअल सीशॉर्प फाइल टाइप का एक फाइल दिखाई देगा जिसका नाम एसेंबली इंफो डॉट सीएस है। इस फ़ाइल को राइट क्लिक कर आप इसे ओपन कर सकते हैं अथवा इसके अलग-अलग प्रॉपर्टीज को देख सकते हैं

वेबप्रोजेक्ट के भीतर नए आइटम का अभिप्राय क्या है?

एक वेब प्रोजेक्ट को बनाने के लिए हमें कई प्रकार के रिसोर्स की जरूरत होती है। वेब प्रोजेक्ट के अंतर्गत डेवलपर को वेबफॉर्म, एचटीएमएल पेज, सीएसएस फाइल, इमेज फाइल, मास्टर फ़ाइल और कई तरह के DLL फाइल्स को रेफेरेंस करना होता है।

वेब प्रोजेक्ट के भीतर नए आइटम को कैसे जोड़ें?

अपने वेबप्रोजेक्ट के भीतर नया आइटम को ऐड करने के लिए हमें निम्न कदम कदम उठाना होगा। सबसे पहले हम अपने प्रोजेक्ट नाम के बड़े साहिल को सॉल्यूशन एक्सप्लोरर में राइट क्लिक करते हैं ध्यान दीजिए कि आप सॉल्यूशन पर क्लिक नहीं करते हैं बल्कि अपने प्रोजेक्ट फाइल के नाम पर राइट क्लिक करते हैं ऐसा करने पर आपके सामने एक शॉर्टकट मेनू बार उपस्थित होता है जिसमें अलग-अलग कमार्ट्स होते हैं जैसे बुल्ले रिफ्यूल्ड क्लीनफ्लो इत्यादि हम उस में ऐड कमांड पर क्लिक करते हैं और उसके बाद एक मीनू बार फिर उपस्थित होता है जिसमें हम न्यू आइटम पर क्लिक कर लेते हैं इस काम को हम शॉर्टकट की सहायता से कंट्रोल से पैसे भी कर सकते हैं ऐसा करने पर हमारे सामने एड न्यू आइटम नामक एक डायलॉग बॉक्स उपस्थित होता है अब हम अपने इंस्टॉल टेंप्लेट वेब के अंतर्गत बीच में बीच के मेले में पाते हैं कि कई सारे टेंपरेट उपस्थित है उसमें से हम वेब फॉर्म टेंपलेट को सिलेक्ट कर लेते हैं उसके नाम को हम वेवफॉर्म 1 से परिवर्तित कर कुछ और रख देते हैं ध्यान देने की बात यह है कि sp.net प्रोजेक्ट के अंतर्गत यह फॉर्म का एक्सटेंशन एसपीएक्स होता है इसके बाद ऐड बटन को क्लिक कर हम अपने प्रोजेक्ट में एके वह फोन को ऐड कर लेते हैं जैसे ही हम वह फॉर्म को ऐड करते हैं सॉल्यूशन एक्सप्लोरर के भीतर उस नाम का भी फॉर्म हमें दिखाई देने लगता है अगर हम वेवफॉर्म को क्लिक करें तो उसके भीतर हमें दो तरह के फाइल्स नजर आते हैं एक फाइल का एक्सटेंशन डॉट सी एस होता है और एक दूसरे फाइल एक्सटेंशन designer.cs होता है जिस फाइल का एक्सटेंशन सीएस होता है उसको कान्वेंट फाइल करते हैं और जिस फाइल का एक्सटेंशन designer.cs होता है उसको डिजाइनर फाइल करते हैं या का ध्यान देने वाली है की एएसपी एक्सटेंशन वाले 5 बस वास्तव में एक एचटीएमएल फाइल होता है जिसके भीतर sp.net टेक्नॉलॉजी के टैक्स का प्रयोग कर एचटीएमएल फाइल को डिजाइन किया जाता है sp.net टेक्नोलॉजी के अंतर्गत जब हम किसी भी फोन को डिजाइन करते हैं तो ड्रैगन ड्रॉप फीचर के उपयोग द्वारा हम वेवफॉर्म के ऊपर सर्वो कंट्रोल्स को स्थापित करते हैं जब हम यह काम करते हैं तो sp.net इसके साथ साथ उस से जुड़ा हुआ कोड अपने आप ही designer.cs फाइल के भीतर लिख देता है कहने का अर्थ यह हुआ कि designer.cs फाइल डेवलपर द्वारा डिजाइन किए गए asp.net वेब फॉर्म का कोड होता है परंतु हम जानते हैं कि किसी भी फोन को डिजाइन करना ही काफी नहीं है उसमें फॉर्म फॉर स्थापित कंट्रोल शादी आदि को शादी से फायर किया जाता है इवेंट्स को फायर करने पर जिस प्रोसीजर को चलाना होता है उनसे जुड़े हुए कोर्ट को एएसपीएक्स फाइल में लिखते हैं आवाज में खाने का यार दिया हुआ कि डेवलपर अपने मनोवांछित कार्य को कराने के लिए कोर्ट बैंड फाइल में कोडिंग करता है यह बात याद रखने लायक है की sp.net एक ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग है और इसमें किसी भी सब रूटीन मेरा दादी को यूज़ करने के लिए हमें क्लासेस को बनाना पड़ता है क्लासेज के भीतरिया मेथड्स को लिखकर अपने मनोवांछित कार्य को करवाते हैं इस बात को आगे देखेंगे

© अजीत कुमार, सर्वाधिकार सुरक्षित।

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