कंप्यूटर प्रोग्रामिंग के अंतर्गत प्लेटफार्म से अभिप्राय उन संसाधनों से है जिसका उपयोग किसी एप्लीकेशन को डेवेलप करने में अथवा उस एप्लीकेशन को रन कराने के लिए आवश्यक होता है। जिस तरीके से किसी प्लेटफार्म या मंच की सहायता से किसी नाटक का मंचन किया जाता है अथवा रेलवे प्लेटफॉर्म की सहायता से यात्रा और ट्रेन का प्रबंधन इत्यादि किया जाता है, ठीक उसी तरह जब कुछ निश्चित सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर की सहायता से किसी एप्लीकेशन का डेवलपमेंट अथवा अनुप्रयोग करना संभव होता है तो उन सभी सहायक सॉफ्टवेयर एवं हार्डवेयर को एप्लिकेशन का प्लेटफॉर्म कहा जाता है। कम्प्यूटर विज्ञान में आम जीवन में प्रयोग होने वाले शब्दों का प्रयोग मेटाफर रूपक के रूप में किया जाता है। प्लेटफार्म, इंजन, लाइब्रेरी, विंडोज इत्यादि आम जीवन के शब्दों का कम्प्यूटर विज्ञान में प्रयोग इसी बात को दर्शाता है।
प्लेटफॉर्म शब्द अपने आप में बहुत ही विस्तृत है और इसके अंतर्गत किसी एप्लीकेशन को रन कराने के लिए उपयोग किए जाने वाले ऑपरेटिंग सिस्टम जैसे सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर संरचना भी शामिल किए जाते हैं। मुख्य बात यह है कि किसी भी सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन को डेवलप एवं रन कराने के लिए जिस सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की जरूरत पड़ती है उन सभी को प्लेटफार्म के अंतर्गत शामिल किया जाता है।
मान लीजिए आप किसी एप्लीकेशन को मोबाइल के द्वारा रन करा रहे हैं तो संभव है कि किसी ब्राउज़र की मदद से उस एप्लीकेशन को रन कराया जाए तो उस ब्राउजर एवं मोबाइल डिवाइस जिसकी मदद से मोबाइल ऐप को रन करा रहे हैं उस ऐप के लिए प्लेटफॉर्म का काम करेगा। कोई जरूरी नहीं कि एक एप्लीकेशन यदि एक प्लेटफार्म पर रन कराया जा सके उसे दूसरे प्लेटफार्म पर भी रन कराया जा सके। उदाहरण के लिए विंडोज मोबाइल एप्लिकेशन को कोई जरूरत नहीं है कि एप्पल के मोबाइल पर रन कराए जा सके। इसी तरह विंडोज एप्लीकेशन को जरूरी नहीं है कि लिनक्स अथवा यूनिक्स ऑपरेटिंग सिस्टम के अंतर्गत रन कराए जा सके।
ऐसे एप्लिकेशन जिसको एक से अधिक प्लेटफॉर्म के अंतर्गत रन कराया जाता है उनको प्लेटफॉर्म इंडिपेंडेंट एप्लीकेशन कहते हैं।
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